आधार से परिपूर्ण है सारनाथ के उपदेश, आज भी जीवित है बुद्ध के संदेश। आधार से परिपूर्ण है सारनाथ के उपदेश, आज भी जीवित है बुद्ध के संदेश।
चांद को देखकर मै शरमाने लगी क्योंकि उसमें तेरे अक्स को निहारने लगी। चांद को देखकर मै शरमाने लगी क्योंकि उसमें तेरे अक्स को निहारने लगी।
इंसान इंसान नहीं रह गया, हर जगह महामारी का खौफ। इंसान इंसान नहीं रह गया, हर जगह महामारी का खौफ।
खुशी भी बहुत बड़ी दवाई है जो ना आए तो तबियत नासाज हो उठती है। खुशी भी बहुत बड़ी दवाई है जो ना आए तो तबियत नासाज हो उठती है।
उसे लगता है कि हम फिर बहक जायेंगे, उसके प्यार में उसके दीदार में बेखबर होकर। उसे लगता है कि हम फिर बहक जायेंगे, उसके प्यार में उसके दीदार में बेखबर होकर।
महकते गुलशन से, ख़ुश्बू चुरानी है, तेरी दास्तानें मुझे, हर-सू सुनानी है। महकते गुलशन से, ख़ुश्बू चुरानी है, तेरी दास्तानें मुझे, हर-सू सुनानी है।